Friday, March 12, 2021

आओ मतदान करें

 ........ गीत.....

आओ मतदान करें  

============

मतदान आ गया है, मत को ना रोकिए 

गुंडे -भ्रष्ट लोगों को , आने से रोकिए 

घर से निकलना सोचकर, देना है किसे वोट 

अपने पड़ोसी को भी, एक बार टोकिए 

मतदान आ गया है ------- 

यह वोट का अधिकार, यूं ही ना मिला है 

कितने ही शहीदों की, शहादत का सिला है 

संविधान में सभी को, अधिकार मिला है 

अधिकार अपने यूं ही, ना तुम जाने दीजिए 

मतदान आ गया है ------- 

छोटी सी भूल का, बड़ा हर्जाना मिलेगा 

5 साल तक फिर कोई, गुंडा ही मिलेगा 

बोयेगा जातिवाद का, जहरीला बीज वो 

राम और रहीम की ,लड़ाई को रोकिए 

मतदान आ गया है ------- 

तुम अपनी वोटो से, भ्रष्टों को चोट दो 

जो देश की सोचे, बस उसी को वोट दो 

ना नोट के बदले में, बेचना वोट तुम 

तुम देश को लुटने और बिकने से रोकिए 

मतदान आ गया है -----!! 

---------- 

जनकवि/बेखौफ शायर

डॉ. नरेश कुमार "सागर"

ग्राम..मुरादपुर, सागर कॉलोनी, हापुड़, उत्तर प्रदेश

9149087291

Sunday, March 7, 2021

कुछ तो लोग कहेंगे कह लो।

==========

कुछ तो लोग कहेंगे कह लो।

विधा ..... गीत

दिनांक.....07/03/2021

======

कुछ तो लोग कहेंगे कह लो

 काम करो अभी चुप रह लो

 पहले चमका लो राहों को 

फिर तुम भी चाहे जो बोलो 

कुछ तो लोग ..............

इनका क्या है कुछ भी कहदें

 बीज नफरतों के ये बोदें

 इनको आता बस कह देना 

मत इनसे उलझे तुम रहना 

इनको ना अच्छे से तोलो 

कुछ तो लोग .................

इनकी उंगली उठती सब पर

 यह इल्जाम लगा दे रब पर

 ये विभिषण के हैं साथी 

इनको समझो मखना हाथी

अपना आपा इनसे बचा लो 

कुछ तो लोग .................

इनको तुम बस स्वान समझ लो

 इनको गंदा गान समझ लो 

इनके कहनें पर ना जाना 

इन पर ना तुम ध्यान लगाना

 इनसे अपना ध्यान हटा लो 

कुछ तो लोग ................

 तुमको बस बढ़ते जाना है 

अपने कद को चमकाना है 

ध्यान रखो अपनी मंजिल पर

 खुद को ना ऐसे धूमिल कर

 इनकी कच्ची बात पचालो 

कुछ तो लोग ..............

बाधाओं से हमको लड़ना

 हर हालत में आगे बढ़ना 

इनकी सब बातों को भुला दो

 इनकी बातें इन पर लाधो

 "सागर" सुन कानों पर टालो 

कुछ तो लोग ........... 

 काम करो अभी चुप रह लो

 पहले चमका लो राहों को

 फिर तुम भी चाहे जो बोलो

 कुछ तो लोग कहेंगे कह लो।।

==========

प्रस्तुत गीत गीतकार का मूल व अप्रकाशित गीत है

जनकवि/बेखौफ शायर

डॉ. नरेश कुमार "सागर"

*धरती बाबा बिरसा मुंडा*

 ..........गीत *धरती बाबा बिरसा मुंडा* ================= अंग्रेजों को खूब डराया । जब जी चाहा इन्हें हराया ।। बड़े बहादुर बिरसा मुंडा , जीत क...